लालच पर छोटी कहानी | लालच का परिणाम कहानी. 99 जमात स्टोरी
लालच पर छोटी कहानी:
दोस्तों इंसान लालच मे आकर अपना सुख चैन सबकुछ खो देता है वह अपने पास जो खुशी हैं उससे भी दूर रहता है और ज्यादा पाने के चक्कर मे अपना बहुत कुछ खो बैठता है आज इस कहानीं मे हम देखेगे कि कैसे इंसान थोडा और पाने के लिए बहुत कुछ का सुख भी नहीं ले पाता है
लालच का परिणाम कहानी
99 की जमात क्या है
एक बार एक राजा था। उसका बहुत बडा राजपाट था। बहुत दोलत थी। जो कहता जो हुकम करता वही हो जाता। एक दिन राजा अपनी रानी के साथ अपने महल का दौरा करने के लिए चल दिया। थोड़ी दूर चलने के बाद एक नौकर जो महल मे नौकरी करता था अपने काम मे लगा हुआ था। और बडा खुश होकर काम कर रहा था गाने गा रहा था। राजा ने नौकर को देखकर रानी से कहा कि इस नौकर को देखो कितना खुश हैं हम इसे कितना देते हैं जो ये इतना खुश हैं। और हमारे पास सब कुछ है जो चाहते है वो ही हो जाता हैं। फिर भी परेशान हैं। चिंता रहती हैं। आगे क्या करना है।
आगे क्या होगा पता नही यही सोचकर परेशान होते रहते हैं। इतने मे रानी ने राजा से कहा कि ये 99 की जमात मे सामिल नही है। अगर इसे भी 99 की जमात मे सामिल कर दिया जाये तो ये भी परेशान, चिन्तित रहेगा। राजा ने रानी की बात सुनकर कहा कि ये 99 की जमात क्या होती हैं। रानी ने कहा कि चलो बताती हूँ इस नौकर के घर के बाहर 99 सोने के सिक्के एक थैले मे भर कर रखवा दो। फिर देखना कि 99 की जमात क्या होती हैं। राजा ने रात मे नौकर के घर के बाहर 99 सोने के सिक्को से भरा थैला रखवा दिया। सुबह हूई नौकर की घरवाली ने देखा कि घर के बाहर एक थैला हैं जिसमे सोने के सिक्के हैं। घरवाली ने नौकर को सब बताया तो नौकर थैले को घर के अन्दर ले आया और सिक्को को गिनने लगा तो 99 सिक्के निकले नौकर ने दोबारा गिने तीसरी बार गिने कई बार गिने तो भी 99 सिक्के ही निकले अब नौकर परेशान होने लगा कि 100 वा सिक्का कहा है।
जिसने भी ये सिक्के रखे है उसने पूरे सौ सिक्के रखे होगें। वो 99 क्यो रखता जरूर सौ वा सिक्का ही आसपास ही गुम हो गया है। नौकर सौवे सिक्के को आसपास ढूढने लगा। लेकिन सिक्का नही मिला और अपनी पत्नी से भी वादा कर दिया कि वो सौवें सिक्के को जरूर लेकर आयेगा। लेकिन सौवां सिक्का कही नहीं मिला। अब नौकर की खुशी व गाना गुनगुनाना सब खत्म हो चुका था। राजा भी उस नौकर पर नजर रखें हुए थे। राजा ने देखा कि नौकर जो पहले बहुत खुश रहता था वो अब बड़ा दुखी रहने लगा हैं। राजा ने रानी से पूछा कि ये कैसे हुआ। रानी ने कहा कि अब ये नौकर भी 99 की जमात मे शामिल हो गया है
अब ये खुश नही रह सकता । क्योंकि अब इसे भी सौवां सिक्का चाहिए हममे से ज्यादातर लोग ऐसे ही 99 की जमात मे फसे हुए हैं। जिनके पास बहुत कुछ है खुश रहने के लिए लेकिन और पाने की चाह मे सौवा सिक्का पाने की चाह मे 99 सिक्को का इस्तेमाल ठीक से नहीं कर पा रहे है। सब दुखी है परेशानी मे हैं।
सभी को अधिक पाने की चाह मे नही रहना चाहिए। जो है उसमे ही खुश रहना चाहिए बेवजह किसी से अपने संबंधों को खराब ना होने दे। दूसरो से ईर्ष्या मत करो अपनी भलाई के चक्कर में दूसरो को नुकसान मत पहुचाओ।
धन्यवाद!!
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